Hamirpur: जाहू की फल, सब्जी व अनाज मंडी अधिकतर दुकानें बंद

जाहू : जाहू फल सब्जी व अनाज मंडी उपेक्षा के कारण विकसित नहीं हो पाई है। वर्तमान सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल में इस ओर कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। जाहू में किसानों की मांग पर सब्जी व अनाज मण्डी का निर्माण किया गया था। 24 मार्च 2010 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने मंडी का शिलान्यास किया था और एक साल की अवधि में सवा करोड़ रुपये से पहली जून 2012 को उद्घाटन किया था।
मंडी में फल व सब्जी की आठ दुकानें हैं। शुरुआत तीन महीनों में आठ में से तीन दुकानें चली थी, लेकिन अब दो दुकानें ही चली हुई हैं और सात साल से छह दुकानों पर ताला लटका हुआ है। हैरानी की बात यह है कि यहां पर कोई भी सब्जी की गाड़ी नहीं आती है और विभागीय स्तर पर इसका प्रयास नहीं किया गया है। फल और सब्जी मंडी की दुकानों के भाव बाजार की दुकानों के बराबर रहते हैं, इसलिए उपभोक्ता सब्जी मंडी में नहीं जाते हैं। इसी तरह अनाज मंडी के लिए सात दुकानें निर्मित की हैं। पहले तीन ही दुकानें चली थी, लेकिन अब दो ही दुकानें चली हुई हैं। पांच दुकानों पर ताले लटके हुए हैं। इन दिनों पंजाब से सब्जी की गाडि़यां आ रही हैं, लेकिन जाहू सब्जी मंडी में कोई भी गाड़ी नहीं आती।
वर्तमान एपीएमसी चेयरमैन अजय शर्मा से लोग जाहू सब्जी व अनाज मंडी को विकसित करने की उम्मीद लगाए बैठ हैं। किसान अनंत राम, कृष्ण चंद, विजयपाल, किशोर चंद, मनोज कुमार, त्रिलोक चंद, हरिओम, शक्ति चंद, शेर सिंह, रमेश चंद का कहना है कि अन्य सब्जी मंडियों की भांति सब्जी की गाड़ियों को सब्जी मंडी में लाया जाए और सब्जियों को थोक से बेचा जाए। बाहर सब्जी दुकानों को सब्जी सप्लाई करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
हमीरपुर एपीएमसी के अध्यक्ष अजय शर्मा का कहना है कि जाहू फल-सब्जी और अनाज मंडी की अधिकांश दुकानें बंद हैं। इन्हें आवंटित करने के लिए प्रकिया जल्द शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि मंडी जिला के भांबला में आनाज के बड़े व्यापारी हैं। इसका असर जाहू आनाज मंडी पर पड़ रहा है।
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