अपने ही पिता की चिता को जलते देख रहे इन दो बच्चों का दर्द बताने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं, खुद पढ़िए कैसे एक मुस्लिम परिवार ने इन्हें कर दिया अनाथ

मनोज की हत्या के बाद उनके पिता ने अपनी बेबसी बयाँ की। उन्होंने बताया, “प्रदीप के तीन बच्चे हैं, छोटे वाले बेटे के 2 बच्चे हैं। मेरे छोटे बेटे का मर्डर इसलिए किया गया था, क्योंकि मुस्लिम लड़के का हिंदू लड़की से अफेयर था। उसने लड़की के पिता को समझाया था, लेकिन इसके बाद वो लोग रंजिश रखने लगे।” इस बीच, मनोज के दोनों बच्चों की एक तस्वीर सामने आई है, जहाँ दोनों मासूम अपने पिता की चिता को मुरझाई आँखों से जलता देख रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि वो अब अपने पिता को कभी नहीं देख पाएँगे।
यह मामला साल 2024 के मई महीने से जुड़ा हुआ है, जब मनोज के भाई प्रदीप की भी चाकुओं से हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, प्रदीप के हत्यारों में से एक नाबालिग लड़के का इलाके की एक हिंदू लड़की से प्रेम संबंध था। यह बात जब प्रदीप को पता चली, तो उसने लड़की के परिवार को यह बात बता दी, जिसके बाद लड़की के परिजनों ने उस पर कड़ी पाबंदियाँ लगा दीं। इसके बाद लड़के ने गुस्से में आकर, अपने एक अन्य नाबालिग साथी के साथ मिलकर प्रदीप की हत्या कर दी।
इस हत्या के बाद पुलिस ने दोनों नाबालिगों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया। इनमें से एक की जमानत जुलाई में और दूसरे की सितंबर में हो गई थी। इसके बाद आरोपितों का परिवार मनोज से भी रंजिश रखने लगा और उसे मारने की योजना बना रहा था।
शनिवार को पुलिस ने मकसूद, मोहम्मद अख्तर, अँगूरी, जूही खातून और 3 नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जाँच जारी है और अन्य कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद नाराज हिंदू समुदाय ने मनोज की शव यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, और मृतक के परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उनके घर की महिलाओं तक को पीटा।
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