Diabetes Alert: शुगर किस विटामिन की कमी से होता है?

नेशनल डेस्क: डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो आज हर घर तक पहुंच चुकी है। खराब जीवनशैली, अनुचित खानपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण यह रोग तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक खास विटामिन की कमी भी डायबिटीज का कारण बन सकती है?
यह विटामिन है विटामिन डी। वैज्ञानिक शोधों में यह बात सामने आई है कि विटामिन डी की कमी से शरीर में इंसुलिन का उत्पादन प्रभावित होता है जिससे शुगर पचाने की प्रक्रिया कमजोर हो जाती है। आइए जानते हैं कि विटामिन डी का डायबिटीज से क्या संबंध है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
डायबिटीज कैसे होती है?
डायबिटीज तब होती है जब शरीर इंसुलिन नाम के हार्मोन को पर्याप्त मात्रा में नहीं बना पाता या फिर उसका सही उपयोग नहीं कर पाता। इंसुलिन की मदद से शरीर ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलता है। जब यह प्रक्रिया बाधित होती है तो खून में शुगर का स्तर बढ़ जाता है जिससे मधुमेह की शुरुआत होती है।
विटामिन डी का क्या है रोल?
विटामिन डी केवल हड्डियों की मजबूती तक सीमित नहीं है। यह शरीर के मेटाबोलिज्म सिस्टम, इम्यून फंक्शन और हार्मोन प्रोडक्शन में अहम भूमिका निभाता है। शोधों के अनुसार विटामिन डी इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा देता है और शरीर को शुगर को बेहतर तरीके से पचाने में मदद करता है।
यह बेटा सेल्स को सक्रिय करता है जो इंसुलिन बनाते हैं
यह शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करता है
यह इंसुलिन रेसिस्टेंस को कम करता है
इन सभी कारणों से विटामिन डी डायबिटीज को कंट्रोल करने और उससे बचाव में बेहद जरूरी है।
कमी से कैसे होती है परेशानी?
विटामिन डी की कमी होने पर शरीर में इंसुलिन बनने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। इससे खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। वहीं जिन लोगों को पहले से डायबिटीज है उनके लिए भी यह और खतरनाक हो सकता है क्योंकि विटामिन डी की कमी से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना और मुश्किल हो जाता है।
किन लोगों में ज्यादा होती है यह कमी?
जो लोग धूप में कम निकलते हैं
जिनकी डाइट में पोषक तत्वों की कमी होती है
वृद्ध और बुजुर्ग
मोटापा से जूझ रहे लोग
जो नियमित रूप से बाहर का जंक फूड खाते हैं
इन लोगों में विटामिन डी की कमी और डायबिटीज का खतरा ज्यादा होता है।
विटामिन डी कैसे पाएं?
विटामिन डी प्राप्त करने के लिए सबसे आसान तरीका है सूरज की धूप। रोजाना सुबह 20-30 मिनट तक सीधी धूप में रहना बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा डाइट में कुछ चीजें शामिल करें:
मशरूम: इसमें नैचुरल विटामिन डी होता है
गाय का दूध और उससे बने उत्पाद
कद्दू के बीज
अखरोट और बादाम जैसे ड्राई फ्रूट्स
अंडे की जर्दी और फैटी फिश (जैसे साल्मन)
इन सभी चीजों को डाइट में शामिल करने से विटामिन डी की कमी को दूर किया जा सकता है और डायबिटीज से भी काफी हद तक बचा जा सकता है।
डायबिटीज रोगियों के लिए सलाह
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो अपनी डाइट और दिनचर्या में विटामिन डी की उपस्थिति सुनिश्चित करें। डॉक्टर से समय-समय पर विटामिन डी लेवल की जांच करवाएं और यदि जरूरत हो तो डॉक्टर द्वारा बताए गए सप्लीमेंट भी लें।
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