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India Pak War: श्रीनगर से 40 हिमाचली छात्रों को लाने गई HRTC बस

 


हिमाचल के बच्चों को श्रीनगर से सुरक्षित घर लाने के लिए हिमाचल सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को इन बच्चों को वहां से लाने के लिए आग्रह किया गया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने एचआरटीसी को निर्देश दिए और खुद पठानकोट में एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा मौके पर इस काम को अंजाम देने में जुटे हैं। 

बताया जा रहा है कि एचआरटीसी ने जम्मू तक एक बस भेजी है, जो कि दोपहर एक बजे पठानकोट से जम्मू के लिए गई है और शाम सात बजे वहां से हिमाचल के 40 बच्चों को लेकर वापस लौटेगी। हिमाचल के यह बच्चे श्रीनगर में पढ़ाई के लिए गए थे, जिनको सुरक्षित घर वापस लाने के लिए सरकार जुटी है।

बताया जा रहा है कि एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने पठानकोट में मोर्चा संभाला है जिन्होंने वहां जसूर से पठानकोट तक पांच शटल बसें चलवाई हैं। इन बसों में पूरा दिन पठानकोट से जसूर के लिए हिमाचल के लोगों को लाया गया है। जो भी हिमाचली बाहर से पठानकोट के जरिए वापस घर आ रहा है उसे लाने के लिए एचआरटीसी ने इस तरह की व्यवस्था की है। 

क्योंकि एचआरटीसी के सभी रूटों की बसें केवल जसूर तक ही भेजी जा रही हैं लिहाजा पठानकोट से जसूर तक शटल बसें चलाई गई हैं। यह बसें केवल दिन के समय में ही चलाई जाएंगी। जम्मू कश्मीर सरकार से बातचीत के बाद यहां से एचआरटीसी की बस को जम्मू तक भेजा गया है और श्रीनगर से जम्मू तक हिमाचली बच्चों को लेकर वहां की बस आ रही है। शाम सात बजे जम्मू से एचआरटीसी बस वापस लौटेगी। हालांकि इसके चालक व परिचालक को यह भी कहा गया है कि यदि सुरक्षा अधिकारी कहीं पर रूकने के लिए कहते हैं तो वह उसी व्यवस्था को फॉलो करें। 

पाकिस्तान की तरफ से मिसाइलें दागी जा रही हैं और पठानकोट में भी गंभीर स्थिति बनी हुई है। वहां कुछ शैल भी मिले हैं। इससे स्थिति तनावपूर्ण है जिस कारण एचआरटीसी की रूटीन बसों को पिछले कल ही बंद कर दिया गया था। 

केवल जसूर तक ही बसें चलाई जा रही हैं और रात्रि सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां एचआरटीसी ने कहा है कि जहां कहीं भी हिमाचली लोगों को वापस घर वापसी करनी है और उसमें परेशानी आ रही है, तो वह सरकार या एचआरटीसी प्रबंधन से संपर्क कर सकता है। उनके लिए कुछ न कुछ इंतजाम किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री को श्रीनगर में पढऩे वाले बच्चों को वापस लाने के लिए आग्रह किया गया था जिसपर एचआरटीसी ने यह इंतजाम किया है। मैं खुद पठानकोट में हूं जहां पर शटल बसें चलाकर लोगों को लाया जा रहा है। बस जम्मू तक भेजी है जो रात तक वापस लौट आएगी और हिमाचली बच्चों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाया जाएगा।
– अजय वर्मा, उपाध्यक्ष, एचआरटीसी

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