कौन हैं ‘ब्राह्मण Genes’ लाने वाली महिला CEO, जातिवादी नैरेटिव का कैसे बनी जवाब: उस हैशटैग के बारे में जानिए सबकुछ जिससे दिलीप मंडल जैसे हो रहे नंगे

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर ‘Brahmin Genes’ ट्रेंड हो रहा है। अर्थात, जो लोग ब्राह्मणों को गाली दे रहे हैं उन्हें प्रतिक्रिया के रूप में ब्राह्मण समाज के लोग भी अपनी शारीरिक बलिष्ठता, पारंपरिक वेशभूषा और सांस्कृतिक परिवेश का प्रदर्शन करते हुए तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। ब्राह्मण समाज के कई लोगों ने अपनी-अपनी तस्वीरें ‘ब्राह्मण ज्ञानतंतु’ वाले हैशटैग के साथ शेयर कर रहे हैं। हालाँकि, कई जातिवादी लोग इन्हें निशाना बनाते हुए कह रहे हैं कि ये श्रेष्ठता का बोध है।
ये सब शुरू हुआ बेंगलुरु में एक कंपनी चलाने वाली अनुराधा तिवारी के पोस्ट से, जिन्होंने अपने ट्राइसेप्स दिखाते हुए इस ‘Brahmin Genes’ लिखा। कुछ जातिवादी लगातार अत्यधिक चर्बी वाले लोगों की तस्वीरें शेयर कर ‘ब्राह्मण जीन्स’ लिख रहे थे, जिसके प्रतिक्रिया में उन्होंने ऐसा किया। वो JustBurstOut नामक कंटेंट राइटिंग एवं मार्केटिंग एजेंसी चलाती हैं। बाद में अनुराधा तिवारी ने कहा कि केवल ‘ब्राह्मण’ शब्द से ही खुद को ‘निम्न’ मानने वाले कुछ लोग चिढ़ गए, इससे पता चलता है कि असली जातिवादी कौन है। उन्होंने लिखा कि सामान्य वर्ग को न आरक्षण मिलता है, न मुफ्त की चीजें।
ऊपर जो तस्वीर आप देख रहे हैं, उसे ‘Bravo Pharma’ के CEO राकेश पांडेय ने शेयर किया। राकेश पांडेय ने भी इस हैशटैग में हिस्सा लेते हुए अपनी शारीरिक बलिष्ठता वाली तस्वीर शेयर की। इस पर जैकी यादव जैसे जातिवादी भड़क गए और कहने लगे कि सभी तो Genes से ही बने हैं। राकेश पांडेय की कंपनी करोड़ों डॉलर की है और दुबई से लेकर लंदन तक उनका कारोबार फैला हुआ है। उन्होंने दक्षिण भारत के एक दलित बहुल गाँव में दलितों के लिए मंदिर का निर्माण भी करवाया है।
इसी तरह अधिवक्ता और लीगल फर्म चलाने वाले राघव अवस्थी ने भी अपनी शर्टलेस तस्वीर शेयर कर के ‘Brahmin Genes’ वाला हैशटैग डाला। कई महिलाओं ने भी खुल कर इस ट्रेंड में हिस्सा लिया और अपनी तस्वीरें शेयर की।
दिव्य कुमार ने कहा कि हमें ‘Brahmin Genes’ ट्रेंड की लोकप्रियता बताती है कि ये इस तरह का नैरेटिव बनाए जाने का परिणाम है। उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक प्रतिरोध में भी बदल सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये कोई न कहे कि पहले चेतावनी नहीं दी गई थी।
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