मां से जुदा होकर पाकिस्तान लौटे मासूम... बेटी बोली- दिल टूट गया, अकेले नहीं रह पाएंगे

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद अटारी बॉर्डर बंद कर दिया गया है. पाकिस्तान से जुड़ी सीमा पर नो एंट्री हो गई है. भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के सभी वीजा रद्द करने का फैसला लिया है और भारतीय नागरिकों को भी पाकिस्तान से जल्द लौटने की सलाह दी है.
भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात अचानक बदल गए हैं. इस बीच, एक दिल को छूने वाली कहानी सामने आई है. कई पाकिस्तानी बच्चे अपनी मांओं से बिछड़ गए हैं और अकेले ही पाकिस्तान लौटने को मजबूर हो गए हैं.
11 साल की जैनब और 8 साल की जेनिश भारत में अपनी नानी से मिलने दिल्ली आई थीं. अब हालात ऐसे बन गए हैं कि उन्हें अपनी मां से अलग होकर पाकिस्तान वापस लौटना पड़ रहा है. चूंकि, उनकी मां के पास भारतीय पासपोर्ट हैं. जबकि बच्चे पाकिस्तान के नागरिक हैं.
ज़ैनब कहती हैं कि मां के बिना वापस लौट रही हूं. दिल टूट गया है. ये बच्ची अपने माता-पिता के साथ भारत आई थी और अब वापस पाकिस्तान लौट गई है.
'मेरा दिल टूट गया है...'
छोटी सी ज़ैनब अपने आंसू रोक नहीं पा रही थी. उसने कहा, मैं अपनी नानी से मिलने भारत आई थी, लेकिन अब मां के बिना पाकिस्तान लौट रही हूं. मेरा दिल टूट गया है. मैं अपनी मां के बिना नहीं रह सकती हूं. ज़ैनब ने आतंकियों को कड़ी सजा देने की मांग भी की.
'आतंकियों को मिले ऐसी सजा...'
आजतक से बातचीत में जैनब ने कहा, अब मां की वापसी नहीं हो पा रही है. मां का भारतीय पासपोर्ट है और हम सभी के पाकिस्तानी पासपोर्ट हैं. मां के बिना रहना बहुत मुश्किल है. दिल टूट गया है. यहां की सरकार से वापसी का ऑर्डर मिला है. जिन आतंकियों ने निर्दोष लोगों को मारा है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इतनी कड़ी सजा दी जाए कि वो जिंदगीभर याद रखें और जो हम जैसे आम लोग हैं, उन्हें कम से कम तंग ना किया जाए. इनके परिवारों को एक-दूसरे के पास भेज दिया जाए.
'मां के बिना नहीं रह सकता हूं'
छोटे से बच्चे मोहम्मद अलयान की कहानी भी कुछ अलग नहीं है. अलयान कहते हैं कि मेरी मां भारत में छूट रही हैं और मैं अकेला पाकिस्तान जा रहा हूं. अलयान ने आगे कहा, मेरी मां के पास भारतीय पासपोर्ट है, इसलिए वो भारत में रह गई हैं. मैं मां के बिना वापस जा रहा हूं. मैं बिना मां के नहीं रह सकता हूं. मैं अपील करता हूं कि मेरी मां को पाकिस्तान आने की अनुमति दी जाए.
आजतक से बातचीत में बच्चे ने कहा, मां का पासपोर्ट इंडियन है और हम चारों का पासपोर्ट पाकिस्तानी है. मां को छोड़कर जाना बहुत मुश्किल है. हमसे रहा नहीं जा रहा है. हमारी मां को हमसे जल्द से जल्द मिलवा दें.
'प्रधानमंत्री मोदी मदद करें'
अलयान के पिता मोहम्मद इरफान ने बताया कि उनका परिवार पिछले महीने कराची से भारत आया था. अब वो बच्चों के साथ पाकिस्तान लौट रहे हैं लेकिन उनकी पत्नी नबीला के पास भारतीय पासपोर्ट है. इसलिए उसे भारत में ही रुकना पड़ रहा है.
इरफान ने कहा, मेरे बच्चे बुरी तरह टूट चुके हैं. आतंकवादियों ने हमारी जिंदगी तबाह कर दी है. इन आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
मोहम्मद इमरान अपनी पत्नी और बच्चों के साथ भारत आए थे. उन्होंने कहा, मेरी पत्नी शरमीन पिछले 18 सालों से पाकिस्तान में रह रही थीं, लेकिन भारतीय नागरिकता होने के कारण आज उन्हें वापस पाकिस्तान नहीं जाने दिया जा रहा है. हम बुरी तरह फंस गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन है कि वे हमारी मदद करें. बच्चे अपनी मां के बिना नहीं रह सकते हैं.
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