HP News: योजना न होती, तो बिगड़ सकते थे हालात, क्रिकेट मैच के लिए न केंद्र ने रोका, न प्रदेश ने दिखाई गंभीरता

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में गुरुवार को पंजाब किंग्स व दिल्ली कैपिटल टीमों के बीच खेले गए आईपीएल मैच में स्टेडियम खाली करवाने को पूर्वाभ्यास न किया होता, तो हालात पर काबू पाना मुश्किल बन सकता था। जे एंड के व पठानकोट के मात्र कुछ ही दूरी पर खेले जा रहे इस मैच के निकट सेना का बड़ा सेंटर है, बौद्ध धर्मगुरू दलाईलामा का घर है, कांगड़ा एयरपोर्ट सहित कई महत्त्वपूर्ण संस्थान यहां हैं।
बाबजूद इसके इसके न तो मैच शिफ्ट करने को केंद्र सरकार ने गंभीरता दिखाई और न ही प्रदेश सरकार ने कोई निर्णय लिया। हालात यह बने गए कि करीब 20 हजार से अधिक लोगों का धर्मशाला में जमावड़ा लग गया। पाकिस्तान ने जब हमले किए, तो आनन फानन में मैदान खाली करवाना पड़ा।
हालांकि इससे पूर्व सुरक्षा एजेंसियां इस मैच को करवाने के लिए सहमत नहीं थीं। बाबजूद इसके बड़ा रिस्क लिया गया और आखिर में अधूरा मैच बंद करवाना पड़ा। अचानक गेट खोलने और लोगों को बाहर निकालने से नन्हे बच्चे, महिलाएं और बड़ी आयु के लोग परेशान होने लगे। अनक लोग अपने वाहनों तक पहुंचने को मशक्कत करते दिखे। अचानक फ्लड लाइट बंद होने पर भी स्टेडियम में बैठे कुछ लोग भयभीत हो गए। एक चेयर लीडर ने ऐसा वीडियो शेयर किया, जिसे देख कर भी लोग परेशान हो रहे थे।
यह बोलीं एसएसपी
एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि पुलिस ने सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ सहित अन्य टीमों के साथ मैच से पूर्व स्टेडियम खाली करवाने का अभ्यास कर लिया था, जिसके चलते मात्र 20 मिनट ही पूरा स्टडियम खाली करवा लिया। पुलिस के सभी अधिकारी व जवान लास्ट तक डटे रहे और लोगों को शांतिपूवर्क शहर से भेजा गया।
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